विशेष प्रकार के रेसिस्टर्स(Special Types of Resistors)
कार्बन तथा वायर वाउंड रेसिस्टर्स के अतिरिक्त कुछ विशेष प्रकार के रेसिस्टर्स भी बनाये गये है ।
1 बैलास्ट रेसिस्टर (Ballast Resistor)
–ये रेसिस्टर पॉजिटिव तापमान गुणाक (Positive Temperature Coefficient) वाले पदार्थ जैसे निकिल आयरन आदि के तार से बनाये जाते है । इनका गुण यह है कि तापमान परिवर्तन से पदार्थ का रेसिस्टेन्स भी परिवर्तित होता है। अर्थात करंट का मान अधिक हो जाने पर रेसिस्टर का तापमान बढ़ जाता है और ताप बढने से उसका रेसिस्टेन्स बढ़ जाता है जिससे की करंट का मान घट जाता है। करंट का मान घटने पर रेसिस्टेन्स का मान भी घट जाता है । विभिन्न प्रकार के सर्किट्स में करंट स्टेबलाइजर (Current Stabilizer) के रूप में इनका उपयोग होता है।
बैलास्ट रेसिस्टर -PTC -NTC रेसिस्टर
2- PTC रेसिस्टर ( Positive Temperature
Coefficient Resistor)
पोजिटिव तापमान गुणांक वाले पदार्थ से बनाये गये रेसिस्टर PTC कहलाते है। बहार का तापमान बढ़ने या सप्लाई वोल्टेज बढ़ने से इसका रेसिस्टेन्स मान बढ़ जाता है अतः इसमे से प्रवाहित होने वाली करंट का मान घट जाता है । एक उपयोग ट्रांजिस्टर सर्किट्स में बायस स्थिरीकरण (Bias Stabilization) के लिए किया जाता है ।
ट्रांजिस्टर के एमीटर के सीरीज में PTC लगा दिया जाता है। यदि किसी कारणवश एमीटर करंट का मान आवश्यकता से अधिक हो जाये तो PTC का रेसिस्टेन्स भी बढ़ जाता है । रेसिस्टेन्स मान बढ़ने से करंट का मान घट जाता है।
और एमीटर करंट की अधिकता नियंत्रित हो जाती है इन्हे थर्मिस्टर (Thermistor) भी कहते है और ये निकिल आक्साइड मैग्नीज आक्साइड एवं कोबाल्ट आक्साइड के मिश्रण से बनाये जाते है ।
3- NTC रेसिस्टर (Negative Temperature Coefficient Resistor)
नेगेटिव तापमान गुणांक वाले पदार्थ से बनाये गये रेसिस्टर NTC कहलाते है । इनका प्रारम्भिक रेसिस्टेन्स उच्च होता है अतः सर्किट में करंट प्रवाह बहुत कम होता है । धीरे धीरे इनका तापमान बढ़ने लगता है जिससे करंट प्रवाह भी बढ़ जाता है। करंट प्रवाह बढ़ने से तापमान और बढ़ता है और पुनः करंट प्रवाह और बढ़ जाता है । इस प्रकार कुछ सेकण्ड बाद इनका तापमान काफी बढ़ जाता है और इनमे से होने वाला करंट प्रवाह अपने अधिकतम मान पर पहुँच जाता है इस स्थिति में इनका रेसिस्टेन्स न्यूनतम हो जाता है। इनका उपयोग टाइमर सर्किट्स वाल्व फिलामेन्ट सर्किट्स आदि में किया जाता है। वाल्व फिलामेन्ट को यदि धीरे धीरे गर्म होने दिया जाये अर्थात उसके करंट प्रवाह को इस प्रकार नियंत्रित किया जाये की उसका मान धीरे धीरे बढ़े तो फिलामेन्ट की आयु में काफी व्रद्धि की जा सकती है ।
NTC रेसिस्टर ग्रेफाइट से बनाये जाते है।
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हेल्लो दोस्तों, मेरा नाम विवेक चौधरी है और में आपके लिए अपना पहले पोस्ट कर रहा हूं जिसका शीर्षक है इलैक्ट्रॉनिक्स किसे कहते है?बोहोत से मेरे दोस्त इलैक्ट्रॉनिक्स पढ़ रहे होंगे या आगेअपना कैरियर इलैक्ट्रॉनिक्स में बनाने की सोच रहे होंगे तो उनके लिए सबसे जरुरी है जानना की इलैक्ट्रॉनिक्स किसे कहते है? तोआये जाने की इलैक्ट्रॉनिक्स क्या है। जरूर पढ़े। क्रिस्टल ऑसिलेटर का ट्रांजिस्टर कन्ट्रोल्ड ऑसिलेटर परिपथ मानक लॉजिक…