Definition

डायोड फारवर्ड बायस-रिवर्स बायस

हेल्लो दोस्तों
उम्मीद करता हू की आप सब ठीक होंगे।
दोस्तों आज हम आपको  बताते है की डायोड को फारवर्ड बायस तथा रिवर्स बायस में कैसे प्रयोग करते है

 

Advertisements

डायोड फारवर्ड बायस-रिवर्स बायस

 

सेमी कन्डक्टर डायोड एक P-N जंक्शन डायोड होता है। इसका एक भाग P- टाइप सेमी कन्डक्टर मैटीरियल तथा दूसरा आधा भाग N- टाइप सेमी कन्डक्टर मैटीरियल का बना होता है । दोनों P तथा N सेमी कन्डक्टर को एक विशेष प्रक्रिया के द्वारा डिफ्यूज्ड करके डायोड बनाया जाता है सेमी कन्डक्टर डायोड को सर्किट में दो प्रकार से प्रयोग किया जाता है।
1. फारवर्ड बायस में (In Forward Bias)
2. रिवर्स बायस में (In Reverse Bias)
डायोड फारवर्ड बायस में (Diode in Forward Bias)जब बैटरी के धनात्मक सिरे को डायोड के P- टाइप  अथवा एनोड से तथा बैटरी के ऋणात्मक टर्मिनल को डायोड के N- टाइप अथवा कैथोड से कनैक्ट करते है तो डायोड फारवर्ड बायस में कहलाता है। इस अवस्था में बैटरी के धनात्मक सिरे से होल्स (Holes) विकर्षित होकर जंक्शन की ओर पहुँचते है तथा इलैक्ट्रॉन्स (Electrons) ऋणात्मक सिरे से विकर्षित होकर जंक्शन की ओर बढ़ते है।
इलैक्ट्रॉन्स तथा होल्स के इस परस्पर आकर्षण के प्रभाव से जंक्शन पार कर जाते है। इस तरह होल्स जंक्शन पार करके N टाइप मैटीरियल में इलैक्ट्रॉन्स के साथ तथा इलैक्टोन्स जंक्शन पार कर P टाइप मैटीरियल में होल्स के साथ एक दूसरे से संयोजन कर लेते है । जंक्शन के पास इस प्रकार के प्रत्येक संयोजन के कारण पदार्थ के कोवेलेन्ट बॉन्ड टूटने लगते है जिससे इलैक्टोन्स बैटरी के धनात्मक सिरे की ओर प्रवाहित होते है तथा होल्स बैटरी के ऋणात्मक सिरे की ओर। इस प्रकार इलैक्ट्रॉन्स तथा होल्स के एक दूसरे के विपरीत दिशा में प्रवाहित होने से जंक्शन के आरपार बहुत अधिक मात्रा में करंट प्रवाहित होती है।
Diode in Forward Bias

 

इन्हे भी देखे

डायोड रिवर्स बायस में (Diode in Reverse Bias) जब डायोड को रिवर्स बायस में जोड़ते है तो इस अवस्था में बैटरी का ऋणात्मक सिरा P टाइप के मैटीरियल से जुड़े होने के कारण समस्त होल्स बैटरी के निगेटिव सिरे पर एकत्र होंगे तथा बैटरी का धनात्मक सिरा N टाइप मैटीरियल से जुड़े होने के कारण सभी इलैक्ट्रॉन्स बैटरी के धनात्मक सिरे पर एकत्र होंगे।इस प्रकार होल्स तथा इलैक्टोन्स दोनों ही जंक्शन से दूर हो जाते है तथा जंक्शन बैरियर की मोटाई को बढ़ा देते है । जिसके फलस्वरूप जंक्शन के आरपार कोई करंट प्रवाहित नही होती है।

 

दोस्तों उम्मीद करता हू की आपको पता चल गया होगा की डायोड को फारवर्ड और रिवर्स बायस में कैसे यूज करते है

दोस्तों अगर हमारे द्वारा दी गई जानकारी आपको अच्छी और उपयोगी लगी है तो आपने दोस्तों के साथ जरूर शेयर करे। और पोस्ट को Like और Share जरूर करे । और इलेक्ट्रॉनिक्स की जानकारी के लिए हमारे ब्लॉग www.electronicgyan.com को फॉलो करे.

Recent Posts

Transistor Previous Year questions in hindi/Electronic Gyan

Transistor Previous Year questions in hindi , DMRC maintainer Electronic Mechanic, UPRVUNL TG2 ट्रांजिस्टर महत्वपूर्ण…

4 years ago

DMRC Electronic Mechanic Answer Key 2020 Part-2\Electronic Gyan

नमस्कार दोस्तों :- दोस्तों आज की पोस्ट उन सभी विधार्थियों के लिए बहुत ही उपयोगी…

5 years ago

DMRC Electronic Mechanic Answer Key 2020\Electronic Gyan

नमस्कार दोस्तों :- दोस्तों आज की पोस्ट उन सभी विधार्थियों के लिए बहुत ही उपयोगी…

5 years ago

DC motors का स्पीड कन्ट्रोल method -Electronic Gyan

डी०सी० मोटर्स का स्पीड कन्ट्रोल (Speed Control of DC Motors) D.C. Shunt Motor की घूर्णन…

5 years ago

DC Motor क्या है ?/DC Motors की किस्मे-Electronic Gyan

DC Motor क्या है ? वह विधुत मोटर जो DC सप्लाई पर कार्य करती है…

5 years ago

Forward Reverse Motor Starter | Forward and Reverse Control Circuit

Forward reverse motor starter circuit के बारे में जानने से पहले यह जान लेना आवश्यक…

6 years ago