लॉजिक 0 तथा 1 को सामान्यतः विभिन्न वोल्टता स्तरों से पहचाना जाता है | इनकी पहचान की दो विधिया सम्भव है – धनात्मक एव ऋणात्मक लॉजिक्स जिन्हे दो विधियों द्वारा समझाया जा सकता है |
1. धनात्मक लॉजिक (Positive Logic) :- इस प्रकार के लॉजिक में अवस्था 1 ( सत्य या ऑन ) को अधिक धनात्मक वोल्टता स्तर से व्यक्त किया जाता है और अवस्था 0 (असत्य या ऑफ ) को कम धनात्मक वोल्टता स्तर से व्यक्त किया जाता है |
1. मानक लॉजिक गेट्स
2. एक्सक्ल्यूसिव NOR लॉजिक गेट की कार्य विधि
3. हार्टले ओसिलेटर क्या है
2. ऋणात्मक लॉजिक (Negative Logic) :- इस प्रकार के लॉजिक में अवस्था 1 ( सत्य या ऑन ) को कम धनात्मक (अर्थात अधिक ऋणात्मक) वोल्टता स्तर से व्यक्त किया जाता है और अवस्था 0 (असत्य या ऑफ ) को अधिक धनात्मक (अर्थात कम ऋणात्मक) वोल्टता स्तर से व्यक्त किया जाता है
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