Saturable Reator ‘OR’ Gate – यह एक सामान्य OR गेट से थोड़ा भिन्न है | इसमें एक ट्रांसफॉर्मर, बैट्री तथा स्विच भी प्रयोग किया जाता है | स्विच S को ऑन करने पर बैट्री से बहने वाली डीo सीo से ट्रांसफॉर्मर की कोर संतृप्तावस्था तक चुम्बकित हो जाती है | अतः लोड रेसिस्टर RL में से करंट प्रवाह शून्य होता है | दूसरे शब्दों में A, B, C, टर्मिनल पर इनपुट 0 होने पर आउटपुट शून्य होता है |
एक या अधिक डायोड को AC इनपुट सिगनल देने पर सिगनल रेक्टिफाई होकर रेसिस्टर R में से बहने वाली करंट को प्रभावित करेगा | इस प्रकार ट्रांसफॉर्मर की प्राइमरी वाइंडिंग में से बहने वाली करंट का मान परिवर्तन होने से सेकण्डरी वाइंडिंग में वोल्टेज इंड्यूस होगा और लोड रेसिस्टर RL में से करंट प्रवाह होगा | यह आउटपुट एक इम्पल्स के रूप में होगा और शीघ्र ही कोर पुनः चुम्बकित हो जाएगी | इस प्रकार आउटपुट लगातार प्राप्त नहीं होगा | इस गेट की ट्रूथ टेबल भी सामान्य OR गेट टेबिल के समान होगी |
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