DC motors का स्पीड कन्ट्रोल method -Electronic Gyan
डी०सी० मोटर्स का स्पीड कन्ट्रोल (Speed Control of DC Motors)
D.C. Shunt Motor की घूर्णन गति नियंत्रित करने की निम्न विधियाँ है :-
- फील्ड कन्ट्रोल विधि (Field Control Method)
- आर्मेचर कन्ट्रोल विधि (Armature Control Method)
- सप्लाई वोल्टेज परिवर्तन विधि (Supply Voltage Variation Method)
Speed Control of DC Motors फील्ड कन्ट्रोल विधि :-
इस विधि में फील्ड फ्लक्स को घटाने बढ़ाने के लिए फील्ड वाइंडिंग के सिरीज में एक रिहोस्टेट लगाया जाता है | रिहोस्टेट रेजिस्टेंस का मान घटाने से फील्ड फ्लक्स बढ़ता है और उससे मोटर की गति बढ़ती है | इस विधि में सामान्य गति की अपेक्षा 15% से 30% तक अधिक गति प्राप्त की जा सकती है यह सस्ती और सरल विधि है |
जरुर पढ़ें
- मानक लॉजिक गेट्स
- DC Motor क्या है ?/DC Motors की किस्मे
- Forward Reverse Motor Starter | Forward and Reverse Control Circuit
- Generators कितने प्रकार के होते है ? / Generators की चुम्बक और वाइंडिंग विधि।
आर्मेचर कन्ट्रोल विधि :-
इस विधि में आर्मेचर के सिरीज में एक रिहोस्टेट लगाया जाता है | रिहोस्टेट रेजिस्टेंस का मान घटाने से आर्मेचर का विभवान्तर बढ़ता है और उससे मोटर की गति बढ जाती है | इस विधि में विधुत शक्ति अधिक व्यय होती है और मोटर की गति सामान्य से कम रहती है |
सप्लाई वोल्टेज परिवर्तन विधि :-
इस विधि में रिहोस्टेट सप्लाई के सिरीज में लगाया जाता है | रिहोस्टेट रेजिस्टेंस का मान घटाने से फील्ड और आर्मेचर को अधिक वोल्टेज जाने लगता है और मोटर की गति बढ़ जाती है | इस विधि में विधुत शक्ति अधिक व्यय होती है इस लिए यह विधि बहुत कम प्रयोग की जाती है |
Speed Control of DC Motors
D.C.Series Motors की गति नियंत्रित करना
सिरीज मोटर की गति नियंत्रित करने के लिए फील्ड अथवा आर्मेचर के समानान्तर में रिहोस्टेट लगाया जाता है | जो डाइवर्टर (diverter) कहलाता है | डाइवर्टर रेजिस्टेंस बढ़ाने से मोटर की गति बढ़ जाती है और इसके विपरीत डाइवर्टर रेजिस्टेंस घटाने से मोटर की गति घट जाती है |
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