डायोड वाल्व
डायोड वाल्व Di + ode = Diode अर्थात दो इलैक्ट्रोड वाला वाल्व, डायोड कहलाता है। सबसे सरल प्रकार का वाल्व है जिसमे एक कैथोड तथा एक एनोड होता है। एनोड को प्लेट भी कहते है। वाल्व के हीटर की गणना इलैक्ट्रोड्स में नही की जाती है। फिलमैन्ट कैथोड के बीच में होता है कैथोड एनोड और फिलमैन्ट को काँच के खोल में बन्द करके खोल को निर्वात का दिया जाता है।
डायोड वाल्व (Diode Valve)
जब कैथोड को विधुत धारा जनित ऊष्मा से गर्म किया जाता है तो वह इलैक्ट्रॉन्स का उत्सर्जन करता है। कैथोड द्वारा छोड़े गये इलैक्ट्रॉन्स को धनावेषित एनोड अपनी ओर आकर्षित कर लेता है यदि एनोड को नेगेटिव आवेष दिया जाये तो वह इलैक्ट्रॉन्स को आकर्षित नही कर सकेगा और डायोड के सर्किट में करंट प्रवाह नही होगा डायोड के इसी गुण के आधार पर इसका उपयोग ए०सी० को डी०सी० में परिवर्तित करने के लिए किया जाता है।
Advertisements
इन्हे भी देखे।
दोस्तों अगर हमारे द्वारा दी गई जानकारी आपको अच्छी और उपयोगी लगी है तो आपने दोस्तों के साथ जरूर शेयर करे। और पोस्ट को Like और Share जरूर करे । और इलेक्ट्रॉनिक्स की जानकारी के लिए हमारे ब्लॉग www.electronicgyan.com को फॉलो करे.