मल्टीमीटर से डायोड की टैस्टिंग
आज की पोस्ट में हम आपको बता रहे है की डायोड की टैस्टिंग मल्टीमीटर से कैसे करते है। जो मेरे दोस्त इलैक्ट्रोनिक्स सीख रहे है या इलैक्ट्रोनिक्स में भविष्य बनाना चाहते है उनके लिए कॉम्पोनेन्ट की टैस्टिंग आनी बहुत ही जरुरी है। पढ़े यह पोस्ट और जाने मल्टीमीटर से डायोड की टैस्टिंग कैसे करते है।
मल्टीमीटर से डायोड की टैस्टिंग
मल्टीमीटर के द्वारा डायोड्स को निम्न प्रकार से टैस्ट किया जा सकता है।
(2)- अब मल्टीमीटर की लाल तार को डायोड के एनोड अर्थात P-टाइप मैटीरियल से तथा काली तार को कैथोड से अर्थात N-टाइप मल्टीमीटर से कनैक्ट करते है इस अवस्था में डायोड फारवर्ड बायस में कनैक्ट हो जाता है जिससे जंक्शन के एक्रोस में अधिक मात्रा में करंट प्रवाहित होती है और मल्टीमीटर में अधिकतम डिफ़्लैक्शन प्राप्त होता है जिससे यह समझा जाता है कि डायोड सही है। यदि इस अवस्था में मीटर डिफ़्लेक्शन प्राप्त न हो तो डायोड ओपन अर्थात ख़राब होगा
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(3)- अब मल्टीमीटर की तार को आपस में बदल देते है अर्थात लाल तार कैथोड पर
तथा काली तार एनोड पर इस अवस्था में डायोड रिवर्स बायस में कनैक्ट होता है तथा मीटर में किसी प्रकार का डिफ़्लैक्शन प्राप्त नही होगा यदि डिफ़्लैक्शन प्राप्त होता है तो डायोड शॉर्ट कहलायेगा तथा सर्किट में कार्य नही करेगा । रिवर्स बायस अवस्था में P-N जक्शन के एक्रोस डिपलिशन क्षेत्र की चौड़ाई बढ़ जाती है जिससे जक्शन रेसिस्टेन्स अधिक हो जाता है और सर्किट में कोई भी करंट प्रवाहित नही होती है।
(4)- सिलिकॉन डायोड में अगर मल्टीमीटर की डिस्प्ले पर 0.5 से 0.7 वोल्टेज डिस्प्ले हो रही है तो डायोड सही है। जर्मेनियम डायोड में यह वोल्टेज वैल्यू 0.25 से 0.3 तक होगी।
(5)- डायोड शॉर्ट है तो मल्टीमीटर की डिस्प्ले पर फारवर्ड और रिवर्स बायस में 0V शो होगा। या (बीप की एक तेज आवाज आयेगी )