Varistor,LDR रेसिस्टर
Varistor,LDR रेसिस्टर वैरिस्टर (Varistor) भी विशेष प्रकार का रेसिस्टर है और यह निम्न दो प्रकार का होता है। Symmetrical Varistor, Un-symmetrical Varistor
आज की पोस्ट में हम बात करेंगे Varistor LDR रेसिस्टर किसे कहते है| Varistor LDR रेसिस्टर क्या है और कैसे कार्य करते है, और symbol कैसे होतें है | इन सभी को जानने के लिए निचे दी गई पोस्ट को ध्यान से पढ़े |
वैरिस्टर (Varistor)
– वैरिस्टर भी विशेष प्रकार का रेसिस्टर है और यह निम्न दो प्रकार का होता है।
1 – Symmetrical Varistor
– इनका निर्माण कार्बाइड चूर्ण से सैरामिक बाइन्डर पदार्थ की सहायता से किया जाता है । इसकी विशेषता यह है कि इसके रेसिस्टेन्स मान का निर्धारण इसमे से बहने वाली करंट करती है। कम करंट पर इसका मान अधिक और अधिक करंट पर इसका मान कम होता है।
2- Un-symmetrical Varistor
LDR रेसिस्टर (Light Dependent Resistor)
– इसका निर्माण सिलीनियम से किया जाता है । इसकी विशेषता यह है कि प्रकाश किरणों के आपतन से इसका रेसिस्टेन्स मान घट जाता है और इसमें से प्रवाहित होने वाली करंट का मान बढ़ जाता है ।
दूसरे शब्दो में यह प्रकाश सुग्राही रेसिस्टर ( Photo sensitive resistor) है। इसका उपयोग प्रकाश नियंत्रित कंट्रोल सर्किट्स में किया जाता है। इसके उपयोग से किसी संकरे मार्ग से गुजरने वाले व्यक्तियों की गणना करने वाला यंत्र कार या टार्च के प्रकाश से खुलने वाला दरवाजा सूर्य के प्रकश में स्वतः बन्द हो जाने एवं अंधकार में स्वतः चालू हो जाने वाली स्ट्रीट लाइट आदि की व्यवस्था की जा सकती है।